सभी उम्र के लोगों के लिए बड़े काम की चीज है 'ओआरएस'

सभी उम्र के लोगों के लिए बड़े काम की चीज है 'ओआरएस'

सेहतराग टीम

गर्मियों के मौसम में कई रोग होने का डर होता है। क्योंकि गर्मी की वजह से उलझन होने लगती है, जिसकी वजह से खाना ठीक से नहीं खाया जाता और मन बेचैन रहने लगता है। ऐसी स्थिति में कई बीमारी होने का डर रहता है। वैसे गर्मियों में तो कई रोग होते हैं लेकिन डायरिया काफी आम समस्या होती है। वहीं मानसून के मौसम में पेट के इंफेक्शन के मामले में बहुत ज़्यादा बढ़ोत्तरी हुई है। यह लूज़ मोशन, उल्टी और बुखार के रूप में हो सकता है या तीनों एक साथ भी हो सकते हैं। अचानक से पेट में दर्द होना और फिर ठीक हो जाना गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इन्फेक्शन का भी संकेत हो सकता है। बच्चों के माता-पिता को इस तरह के लक्षणों को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए और डीहाइड्रेशन होने से पहले मेडिकल हेल्प लेनी चाहिए।

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डीहाइड्रेशन का इलाज करने का सबसे अच्छा और आसान तरीका है कि किसी भी दवा को खिलाने के बजाय सबसे पहले अपने बच्चे को ओआरएस पिलाएं। यह साफ पानी में इलेक्ट्रोलाइट्स का कॉम्बिनेशन होता है। आम तौर पर, टमी टोरमेट वायरल इंफेक्शन की वजह से होता है। आमतौर यह पर एपिसोड हल्के और खुद ही बंद होने वाले होते हैं। कभी-कभी उल्टी भी होती है और अगर उल्टी में तकलीफ होती है तो डॉक्टर बच्चे की उम्र और वजन के आधार पर कुछ दवाओं की सलाह दे सकते हैं। हालांकि, ज्यादातर मामलों में उल्टी खुद ही बंद हो जाती है।

ORS कैसे काम करता है (What Does ORS Do to the Body in Hindi):

जब एक बच्चे को डायरिया होता है, तो उसे लूज] पानी जैसा और लगातार बोवेल मूवमेंट होता है। इससे बच्चे के शरीर से बहुत सारा पानी और नमक निकल जाता है। इसलिए, इस तरह की गंभीर कंडीशन से बचने के लिए एक बच्चे को नियमित रूप से ओआरएस  पिलाया जाना चाहिए। WHO द्वारा रिकमेंडेड ओआरएस आसानी से बाजार में उपलब्ध होता है और घर पर भी तैयार किया जा सकता है क्योंकि इसमें चीनी, पानी और नमक  होता हैं और इसलिए यह लगभग हर घर में मिल जाता है।

इसे 1 लीटर स्वच्छ पानी (लगभग पाँच 8-औंस कप), 6 लेवल चम्मच चीनी और 1/2 लेवल टी-स्पून नमक के साथ बनाया जा सकता है। इसे बनाते बहुत सावधान रहना चाहिए सब कुछ सही अनुपात में होना चाहिए। बहुत ज्यादा चीनी डायरिया को बदतर बना सकती है। बहुत ज्यादा नमक बच्चे के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। जब बच्चे में पानी जैसा मल आए तो उसे ओआरएस घोल पिलाना चाहिए।

इस घोल में ये चीज़ें जरूर शामिल होनी चाहिए। 

  • चीनी/ स्टार्च होना चाहिए क्योंकि यह ग्लूकोज़ और एनर्जी का अच्छा स्त्रोत होता है। 
  • कुछ सोडियम और 
  • कुछ पोटेशियम

कमर्शियल और घर पे बना ओआरएस (Commercial And Home Made ORS in Hindi):

कमर्शियल ओरल रीहाइड्रेशन सोल्यूशन आमतौर पर एक पाउच के रूप में मिलता है, जहां पीने के पानी को साफ करने के लिए पाउडर या ग्रैनुअल्स को मिलाया जा सकता है। इसे और अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें फ्लेवर जोड़ा जा सकता है।

घर पर ओआरएस बनाना बहुत आसान है। यह कभी-कभी एक साधारण शोरबा के रूप में होता है और यहां तक कि चावल के पानी जैसे सोल्यूशन भी शामिल होता हैं जो कुछ क्षेत्रों के घर के एनवायरमेंट में आसानी से उपलब्ध होता हैं।  हालांकि, यह पाया गया है कि इन होममेड सोल्यूशन में से कुछ के ओस्प्रमोटिक इफेक्ट हो सकते हैं जो डायरिया को और बदतर बना सकते हैं विशेष रूप से इसमें अगर शामिल सामग्री सही अनुपात में न मिलायी जाय तो । इसलिए, कमर्शियल ओआरएस ओस्मोलेरिटी को कम करता है और  इस इफेक्ट को होने से रोकता है।

जब तक कि कर्मर्शियल ओआरएस उपलब्ध न हो जाए तब तक घर पर बने ओआरएस को एक अस्थायी विकल्प के रूप में लिया जाना चाहिए। साथ ही ध्यान भी देना ज़रूरी है क्योंकि कई ऐसे मामले भी होते हैं जिनमें ओआरएस काम नहीं करता है। हास्पीटालाइज़ेशन और IV ड्रिप अंत में ज़रूरी हो सकती है।

 

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